मुझे जॉइन क्यों करना चाहिए?
एक मेंटर आपकी तैयारी में निम्नलिखित तरीकों से मदद कर सकता है:
- अपने पाठ्यक्रम को समय पर पूरा करने के लिए एक उचित शेड्यूल बनाने में
- कम समय में इतने सारे विषयों को पूरी तरह से समझते हुए तैयार करवाने में
- RAS के इस एग्जाम के बारे में आपकी समग्र समझ विकसित करने में जैसे कि आयोग कैसे प्रश्न पूछता है और उनका चयन कैसे करता है
- किसी भी विषय के लिए कौनसी और कितनी किताबें पढ़नी है और अन्य क्या पढ़ना है इससे जुड़ी दुविधा को दूर करने में
- हर टॉपिक का वेटेज को समझने में ताकि आप स्मार्ट और सेलेक्टिव स्टडीज कर सकें
- आपकी जरूरत के अनुसार एक रिविजन स्ट्रेटेजी बनाने में
- आपकी कमियों को पहचान कर उन्हें दूर करने में ताकि आपकी परफॉरमेंस बेहतर हो सके
उम्मीदवार अक्सर मेंटरिंग और कोचिंग को एक ही समझ लेते हैं। हालाँकि, यह गलत है। मेंटरिंग और कोचिंग दोनों अलग-अलग सिद्धांतों पर आधारित हैं।
लेकिन, दोनों उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण हैं। मेंटर्स व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्रदान करते हैं और लंबे समय तक आपके प्रति प्रतिबद्ध रहते हैं।
कोचिंग | मेंटर |
● एक शिक्षक और उम्मीदवारों के बीच सम्बन्ध अल्पकालिक होता है (अधिकतम 1.5 वर्ष)।
● लक्ष्य: एक विशिष्ट पाठ्यक्रम अवधि में प्रतिबद्ध ज्ञान प्रदान करना। ● निजीकरण के बजाय सुधारात्मक दृष्टिकोण का उपयोग करता है। |
● यह सम्बन्ध दीर्घकालिक होता है।
● लक्ष्य: नकारात्मकताओं को दूर कर विद्यार्थी की सफलता सुनिश्चित करना। ● विद्यार्थी की रणनीति में खामियों को ठीक करने के लिए निजीकरण को एक उपकरण के रूप में उपयोग करता है। |
Total 10 One-on-One Mentorship Sessions:
Session 1 | Know where you stand? |
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Session 2 | Progress Check |
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Session 3 | Most fruitful subjects Identification |
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Session 4 | Dealing with Current Affairs |
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Session 5 | Progress Check |
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Session 6 | Identify Most Expected Topics |
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Session 7 | Paper Solving Technique |
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Session 8 | Progress Check |
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Session 9 | Stress Buster |
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Session 10 | Last Minute Tips |
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पूर्ण अध्ययन सामग्री में 12 खंड हैं (सैम्पल्स के लिए हाइपरलिंक पर क्लिक करें)
भाग 1 – राजस्थान का इतिहास, कला एवं संस्कृति
भाग 2 – भारत का प्राचीन एवं मध्यकालीन इतिहास
भाग 3 – आधुनिक भारत एवं विश्व का इतिहास
भाग 4 – भारतीय कला एवं संस्कृति
भाग 5 – भारतीय अर्थशास्त्र एवं वैश्विक अर्थव्यवस्था
भाग 6 – राजस्थान की राज्य-राजनीति एवं अर्थव्यवस्था
भाग 7 – भारतीय राजनीतिक व्यवस्था
भाग 8 – विश्व एवं भारत का भूगोल एवं भू-विज्ञान
भाग 9 – राजस्थान का भूगोल एवं विश्व राजनीति (अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध)
भाग 10 – सामान्य विज्ञानं एवं प्रौद्योगिकी
भाग 11 – समाजशास्त्र, प्रबंधन, लेखांकन, अंकेक्षण एवं प्रशासकीय नीतिशास्त्र
भाग 12 – लोक प्रशासन एवं प्रबंधन, खेल एवं योग, व्यवहार एवं विधि
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